कमल खुशलानी ने 10,000 रुपये के उधार से शुरू किया अपना सफर। बाइक पर सामान बेचने से लेकर 1150 करोड़ की कंपनी Mufti के मालिक बनने तक का सफर जानें।
नई दिल्ली। बड़ी कंपनियों और उनके सफल मालिकों की कहानियां हमें इंस्पायर करती हैं। लेकिन अक्सर इन कहानियों के पीछे का स्ट्रगल छिपा रह जाता है। ऐसा ही एक नाम है कमल खुशलानी का, जिन्होंने Mufti ब्रांड की नींव रखी। यह ब्रांड आज भारत के फैशन बाजार में एक बड़ा नाम है और इसकी मूल कंपनी क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग लिमिटेड का बाजार मूल्य 1150 करोड़ रुपये है। क्या आप जानते हैं कि उनकी जर्नी की शुरूआत लाखों-करोड़ों से नहीं, बल्कि केवल 10,000 रुपये के उधार से हुई थी। आइए जानते हैं कमल खुशलानी की सक्सेस स्टोरी।
पिता के निधन के बाद पैसों की तंगी
कमल खुशलानी का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। एक साधारण परिवार में जन्मे कमल को 19 साल की उम्र में अपने पिता को खोना पड़ा। पिता की मृत्यु के बाद परिवार आर्थिक संकट से घिर गया। हालात इतने खराब थे कि घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया। कमल ने एक कैसेट कंपनी में काम करना शुरू किया। हालांकि नौकरी करने के दौरान भी उनके मन में हमेशा कुछ बड़ा करने की चाहत थी। फैशन के प्रति उनका जुनून और उनका फैशन सेंस, जिसके लिए लोग उनकी तारीफ करते थे, उसने उन्हें अपना खुद का फैशन ब्रांड शुरू करने की प्रेरणा दी।
कैसे किया 10,000 रुपये से शुरुआत?
1992 में, कमल ने अपनी आंटी से केवल 10,000 रुपये उधार लिए। इस छोटी-सी पूंजी से उन्होंने अपनी पहली कंपनी “Mr & Mr” शुरू की, जो शर्ट बनाती थी। शुरुआती समय में कमल के पास ना तो कार्यालय था, ना कोई स्टाफ। उन्होंने अपने घर को ही ऑफिस और गोदाम में बदल दिया। कमल ने शर्ट के डिजाइन से लेकर उनके निर्माण और बिक्री तक का काम खुद संभाला। हालांकि, यह शुरुआत आसान नहीं थी। फैशन इंडस्ट्री में टिके रहना और अपने प्रोडक्ट्स को बेच पाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी।
1998 में Mufti ब्रांड की शुरूआत
1998 में, कमल ने एक बड़ा कदम उठाते हुए Mufti ब्रांड की शुरुआत की। यह ब्रांड मिड-प्रीमियम और प्रीमियम मेन्सवियर मार्केट को टारगेट करता है। हालांकि, शुरुआती दौर में इस ब्रांड को पहचान दिलाना भी आसान नहीं था। कमल के पास प्रचार-प्रसार और बड़े कार्यालयों के लिए संसाधन नहीं थे। वह खुद बाइक पर कपड़े ले जाकर दुकानों में बेचते थे। उनके पास केवल एक सूटकेस था, जिसमें कपड़े भरकर वे कस्टमर्स और खुदरा विक्रेताओं के पास जाते। शुरुआत में मार्केट की प्रतिस्पर्धा को समझने और कस्टमर्स की पसंद जानने में उन्हें काफी समय लगा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनकी मेहनत रंग लाई जब Mufti ने धीरे-धीरे बाजार में अपनी पहचान बनानी शुरू की। अब उनकी कंपनी जाना माना ब्रांड है। 379 एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर्स हैं।
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