mynation_hindi

HAL: किसने रखी इस कंपनी की नींव? भारतीय एयरोस्पेस इंडस्ट्री का महानायक कौन 

Rajkumar Upadhyaya |  
Published : Sep 24, 2024, 10:04 PM IST
HAL: किसने रखी इस कंपनी की नींव? भारतीय एयरोस्पेस इंडस्ट्री का महानायक कौन 

सार

जानिए किसने रखी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की नींव और कैसे यह कंपनी भारतीय एयरोस्पेस इंडस्ट्री का प्रमुख स्तंभ बनी। पढ़ें, महानायक वालचंद हीराचंद दोशी की प्रेरणादायक कहानी।

Success Story: आपने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का नाम तो सुना ही होगा। क्या आप जानते हैं कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाली इस कंपनी की नींव किसने रखी? उस शख्स को वालचंद हीराचंद दोशी के नाम से जाना जाता है। आपने देश के बड़े-बड़े बिजनेसमैन और कारोबारी घरानों का नाम सुना होगा। पर आप शायद ही इस शख्स का नाम जानते हों। जिसकी शुरू की गई कम्पनी का मार्केट कैप आज 2,93,458 करोड़ रुपये यानी करीबन 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एक समय में सरकार ने HAL की अधिकतम हिस्सेदारी परचेज कर ली थी। इसी वजह से उसे आज सरकारी कंपनी के रूप में जाना जाता है।

कौन थे वालचंद दोशी?

वालचंद दोशी का जन्म साल 1891 में हुआ था। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरूआत फेमिली बिजनेस से की थी। परिवार क्लाथ और शिपबिल्डिंग के काम से जुड़ा था। पर शुरूआती दिनों से ही वालचंद की इंटरेस्ट एयरक्राफ्ट बिजनेस में था। वह देश की मजबूती के लिए एक डोमेस्टिक एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की जरूरत अच्छी तरह से समझते थे।

1945 में सरकार ने खरीद ली ज्यादातर हिस्सेदारी

बात उस समय की है, जब देश आजाद नहीं हुआ था। साल 1940 में उन्होंने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट वर्क्स की नींव रखी। यही भारत का पहली एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री थी। कंपनी शुरूआती दिनों में फॉरेन के एयरक्राफ्ट की रिपेयरिंग का काम करती थी। पर वालचंद चाहते थे कि भारत अपना खुद का एयरक्राफ्ट बनाए। साल 1945 में एक डील हुई। जिसमें सरकार ने कंपनी की ज्यादातर हिस्सेदारी खरीद ली। कंपनी का नाम भी बदल दिया गया। तभी से इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के नाम से जाना जाता है।

पहली बार 1963 में बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट

 HAL ने विमानों की मरम्मत के काम से शुरू कर जल्द ही ट्रेनर, ट्रांसपोर्ट और लड़ाकू विमान बनाने शुरू कर दिए। एयरफोर्स के लिए 1963 में बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट बनाया, जो HAL HJT-36 था। इसी विमान ने भारतीय पायलटों को ट्रेनिंग देने में अहम भूमिका निभाई। मौजूदा समय में HAL की ग्लोबल एयरोस्पेस इंडस्ट्री में एक बड़ी कंपनी के रूप में पहचान है। अब लड़ाकू विमान से लेकर हेलीकॉप्टर और UAV तक बनाती है।

ये भी पढें-गांव में काम शुरू कर 1 लाख महीना कमाई, आप भी घर से शुरू कर सकते हैं ये बिजनेस...

PREV

Latest Stories

श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण
गर्भवती होते हुए भी क्रैक किया UPSC! पद्मिनी सेहरावत के UPSC सफर की कहानी जो आपको भी करेगी प्रेरित