mynation_hindi

मजाक उड़ाने के डर से छिपाकर रखते थे आर्ट वर्क, सामने आया तो दुनिया में बजा डंका-बने वर्ल्‍ड रिकाॅर्ड

Rajkumar Upadhyaya |  
Published : Oct 02, 2023, 09:16 PM ISTUpdated : Oct 03, 2023, 12:12 PM IST
मजाक उड़ाने के डर से छिपाकर रखते थे आर्ट वर्क, सामने आया तो दुनिया में बजा डंका-बने वर्ल्‍ड रिकाॅर्ड

सार

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रहने वाले मोहम्मद काशिफ की बचपन से ही आर्ट वर्क में रूचि थी। शुरु में लोग उनके आर्ट वर्क की हंसी उड़ाते थे तो वह अपना काम दुनिया की नजरों से छिपाकर रखने लगे। सामने आया तो दुनिया भर में डंका बज गया। 

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रहने वाले मोहम्मद काशिफ की बचपन से ही आर्ट वर्क में रूचि थी। शुरु में लोग उनके आर्ट वर्क की हंसी उड़ाते थे तो वह अपना काम दुनिया की नजरों से छिपाकर रखने लगे। माई नेशन हिंदी से बात करते हुए मोहम्मद काशिफ कहते हैं कि साल 2018 में कॉलेज लेबल पर कॉम्पिटीशन था। क्रिकेट फुटबाल में भी पार्टीशिपेट किया था। नॉर्मली अपना आर्ट वर्क भी ले गया और डिस्पले पर रख दिया तो पब्लिक इकट्ठा हो गई। वह आर्ट वर्क सब जगह वायरल हुआ। इंडिया के टॉप आर्टिस्ट के रूप में सेलेक्शन हुआ और फिर 15 दिन बाद वर्ल्ड आर्ट, दुबई में भारत को रिप्रेजेंट किया। यह तो मोहम्मद काशिफ के टैलेंट की सिर्फ एक झलक थी। उनके नाम 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड और करीबन 100 अचीवमेंट दर्ज हैं। आइए जानते हैं मल्टी टैलेंटेड मोहम्मद काशिफ की सक्सेस स्टोरी।

सेकेंड क्लास में पेंटिंग कॉम्पिटीशन से बढ़ा इंटरेस्ट

मोहम्मद काशिफ सेकेंड क्लास में स्कूल के एक पेंटिंग कॉम्पिटीशन में शामिल हुए, उपलब्धि मिली तो हौसला बढ़ा। यहीं से कला के क्षेत्र में उनका इंटरेस्ट बढ़ा। बचपन से म्यूजियम, प्रदर्शनियों और संग्रहालयों में घूमने और कॉम्पिटीशन वगैरह में पार्टीशिपेट करने का शौक था, जो समय के साथ बढ़ता गया। धीरे-धीरे घर में ही वेस्ट मैटेरियल से कुछ चीजें बना दी। मैकेनिकल इंजीनियर काशिफ कहते हैं कि साल 2018 में ग्रेजुएशन के सेकेंड इयर में था। उससे पहले अपना आर्ट वर्क छिपाकर रखता था। लोग कहते थे कि फालतू में लगे रहते हो। अपना टाइम खराब करते हो। उसमें कोई सक्सेस नहीं हैं पर मुझे भरोसा था कि आप अपना काम करते रहो। जिंदगी में एक न एक दिन कामयाबी खुद मिल जाती है।

 

वेस्ट मैटेरियल से बनाईं सजावटी कलाकृतियां

नारियल के जूट, खजूर की गुठली, राख, वेस्ट कॉटन वगैरह लोगों को भले ही वेस्ट लगता हो, पर मोहम्मद काशिफ इन्हीं चीजों से सजावटी कलाकृतियां बनाते हैं। उन्हें ऐसा स्वरूप देते हैं, जिन्हें देश ही नहीं दुनिया भर के लोग देखकर अचंभित हो जाते हैं। काशिफ ने वेस्ट से कई जानवरों के सींग ऐसे बनाए हैं, जो रियल लगते हैं। वेस्ट को अनोखे आर्ट में कनवर्ट कर काशिफ ने इतिहास रचा है। उन्होंने भोपाल बोट क्लब पर प्लास्टिक डोनेशन सेंटर के लिए भी एक आर्ट वर्क बनाया, जो सेल्फी प्वाइंट बना। उसमें 1500 वेस्ट प्लास्टिक यूज हुई। दुनिया के सबसे बड़े ग्लोब आर्ट वर्क के रूप में भी जाना जाता है, जो सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल न करने का मैसेज देता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर ने उसका शुभारंभ किया था। 

 

ये वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं मोहम्मद काशिफ के नाम

मोहम्मद काशिफ के नाम 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं, जो उन्हें अलग-अलग कामों के लिए मिले हैं। एक रिकॉर्ड राख से सींग बनाने का उनके नाम दर्ज है। भोपाल बोट क्लब पर बनाया गया आर्ट वर्क एशिया बुक आफ रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड में मल्टी टॉस्किंग स्किल आर्टिस्ट के रूप में रिकॉर्ड दर्ज है। 8 मार्च 2020 को नागपुर में राष्ट्रीय रतन पुरस्कार हासिल किया। इसके अलावा 100 से ज्यादा अचीवमेंट उनके नाम दर्ज है। भारत के टॉप 20 कलाकारों में शुमार हैं। 

आर्टिस्टिक इंजीनियरिंग के नाम से है स्टार्टअप

मोहम्मद काशिफ ने आर्टिस्टिक इंजीनियरिंग के नाम से एक स्टार्टअप की भी शुरुआत की है। उसमें इंटीरियर डिजाइनिंग, मेटल आर्ट्स, स्टील मैन्यूफैक्चरिंग, यूनिक फाउंटेंस और आटोमेटिक गेट्स पर काम किया जाता है। वह अपनी इंजीनियरिंग से हर प्रोडक्ट को एक अलग लुक देते हैं। उनके आर्ट्स में इंजीनियरिंग और इंजीनियरिंग में आर्ट्स वर्क का अंदाज दिखाई देता है। यह मोहम्मद काशिफ की क्रिएटिविटी ही है, जिसने उन्हें विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। 

 

मल्टी टैलेंटेड हैं मोहम्‍मद काशिफ 

मल्टीटैलेंटेड मोहम्मद काशिफ ने सिर्फ कला की दुनिया में ही अपनी पहचान नहीं बनाई है। बल्कि एक इंटरप्रेन्योर और स्पोर्ट्समैन के रूप में भी जाने जाते हैं। काशिफ कहते हैं कि खिलौने वगैरह में रोबोटिक्स होता है। उसमें भी शौक था तो खिलौनों के पार्ट वगैरह तोड़कर उन्हें समझा। मम्मी पापा ने भी सपोर्ट किया। रोबोटिक्स में भी इंटरनेशनल वर्ल्ड चैम्पियनशिप खेली है। रोबोटिक्स के नेशनल लेबल के प्लेयर हैं। क्रिकेट और फुटबाल में नेशनल लेबल के प्लेयर के रूप में इनका नाम दर्ज है। राइफल शूटिंग भी इनका शौक है, स्टेट लेबल पर कई कॉम्पिटीशन में शामिल हो चुके हैं।  

ये भी पढें-IIT या NIT से नहीं बल्कि गांव के इस लड़के ने बनाई...एक ही LED बल्ब से 3 अलग-अलग पॉवर की रोशनी...

PREV

Recommended Stories

श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण