राजस्थान के चूरू में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जबकि देश के अधिकांश राज्यों में तापमान 44 डिग्री को पार कर गया है। वहीं उत्तरी राज्यों के अधिकांश हिस्सों में हीटवेव के कारण स्थिति और ज्यादा खराब है।
नई दिल्ली। देश के ज्यादातर राज्यों में गर्मी के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। देश के अधिकांश राज्यों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर है। जिसके कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं। वहीं दिन में चल रही लू के कारण सड़कें सुनसान हैं। देश में कोरोना लॉक़डाउन के बाद अब गर्मी के कारण सड़कें सुनसान दिखाई दे रही हैं और दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं।
राजस्थान के चूरू में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जबकि देश के अधिकांश राज्यों में तापमान 44 डिग्री को पार कर गया है। वहीं उत्तरी राज्यों के अधिकांश हिस्सों में हीटवेव के कारण स्थिति और ज्यादा खराब है। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में पारा 47 डिग्री तक पहुंच गया है। आईएमडी के रीजनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, 'चूरू में मंगलवार को अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 10 वर्षों में यह दूसरी बार है जब अधिकतम तापमान ने इस निशान को पार किया है।
इससे पहले 18 मई, 2010 को तापमान 50.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था। वहीं चूरू में सोमवार को 47.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी में पालम क्षेत्र में सामान्य से छह डिग्री अधिक 47.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि मध्य भारत और पूर्वी भारत के आसपास के आंतरिक भागों में शुष्क हवाओं के कारण हीटवेव की स्थिति चरम पर रहेगी। हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में 28 मई तक गर्मी की स्थिति यही बनी रहेगी। अगले दो से तीन दिनों तक पंजाब, छत्तीसगढ़, आंतरिक ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र, आंतरिक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और झारखंड में मौसम की स्थिति यही बनी रहेगी।
विभाग के मुताबिक 28 मई की रात से राहत मिल सकती है और पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिमी भारत में तेज हवाएँ चलेंगी। जिसके कारण तापमान में गिरावट आ सकती है। विभाग का कहना है कि हीटवेव के अलावा बंगाल की खाड़ी से तेज हवा चलने के कारण 28 मई तक असम मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने मंगलवार को असम के तीन जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ के लिए अलर्ट जारी किया।