लोकसभा चुनाव के लिए पहले दौर का मतदान गुरुवार को संपन्न हो गया है। पहले दौर में मतदाताओं ने काफी उत्साह के साथ मतदान किया। लेकिन अब चुनाव आयोग का कहना है कि पहले चरण के मतदान में वोटिंग ट्रेंड 2014 की ही तरफ था। यानी आयोग के इस बयान के बाद विपक्षी दलों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए पहले दौर का मतदान गुरुवार को संपन्न हो गया है। पहले दौर में मतदाताओं ने काफी उत्साह के साथ मतदान किया। लेकिन अब चुनाव आयोग का कहना है कि पहले चरण के मतदान में वोटिंग ट्रेंड 2014 की ही तरफ था। यानी आयोग के इस बयान के बाद विपक्षी दलों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। आयोग का कहना है दूसरे चरण में मतदान में बढ़ोत्तरी होगी।
चुनाव आयोग के दूसरे चरण में वोटिंग बढ़ने की उम्मीद है। जबकि पहले दौर का मतदान अच्छा रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों से मतदान का रूझान मिला है। लेकिन इस रूझान को देखते हुए आयोग ने कहा कि इसका ट्रेंड पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही है। यानी 2014 में बीजेपी की सरकार बनी थी। अगर इस बार भी ट्रेंड वही है तो इसका सीधा फायदा केन्द्र की सत्ताधारी बीजेपी को ही मिलेगा। आयोग के आंकड़ों के मुताबिक देश के कई हिस्सों में जबरदस्त वोटिंग हुई।
गुरुवार को देश के 20 राज्यों के 91 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई है। त्रिपुरा में 81.8 फीसदी हुआ है वहीं पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर भी 81% वोट पड़े हैं। जम्मू और कश्मीर में 72% वोटिंग जबकि बारामूला में 35% वोटिंग हुई। हालांकि आयोग का कहना है कि 2014 में ये आंकड़ा 38.5 फीसदी था। लोकसभा के साथ ही आंध्र प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए भी मतदान खत्म हो गया है जबकि ओडिशा में भी विधानसभा चुनावों के लिए पहले चरण की वोटिंग हुई।
आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों के साथ-साथ सभी 175 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। यह देश का पहला लोकसभा चुनाव है जहां 100 फीसदी वीवीपैट का प्रयोग किया गया। देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव हो रहा है। जिसमें 543 सीटों के लिए मतदान सात चरणों में होकर 19 मई को खत्म होगा और 23 मई को परिणाम जारी किए जाएंगे।