बनगांव (आरक्षित), बैरकपुर, हावड़ा, उलुबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग (आरक्षित) सीटों के लिए हुए चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुनावी सभाएं शामिल हैं। बनर्जी ने कई रोडशो में भी हिस्सा लिया जिनमें से एक तो चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ही हुआ।
लोकसभा चुनाव 2019 के पांचवे चरण के मतदान में पश्चिम बंगाल की 7 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग सोमवार को कराई जा रही है। इन 7 साटों पर त्रिणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में सीधा मुकाबला है वहीं कुछ सीटों पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीएम) के साथ त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है।
इन तीन पार्टियों के उम्मीदवारों के अलावा 7 सीटों पर कुल 83 उम्मीदवार मैदान में हैं और इनकी किस्मत का फैसला 1,16,91,889 वोटर करेंगे। लोकसभा चुनाव के इस चरण में पश्चिम बंगाल की इन 7 सीटों के लिए पोलिंग कराई जा रही है।
बनगांव (आरक्षित), बैरकपुर, हावड़ा, उलुबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग (आरक्षित) सीटों के लिए हुए चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुनावी सभाएं शामिल हैं। बनर्जी ने कई रोडशो में भी हिस्सा लिया जिनमें से एक तो चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ही हुआ।
बनगांव लोकसभा सीट 2009 में अस्तित्व में आई. लिहाजा अभीतक यहां तीन लोकसभा चुनाव कराए गए हैं। पूर्व के नतीजों के देखें को इस सीट को त्रिणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जा सकता है। इस बनगांव लोकसभा क्षेत्र में 7 विधानसभा क्षेत्र हैं (कल्याणी, हरिनघाटा, बाग्दा, बनगांव उत्तर, बनगांव दक्षिण, गैघाट और स्वरूपनगर)और खास बात है कि लोकसभा सीट के साथ-साथ सभी विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
पिछले लोकसभा चुनाव में बनगांव से टीएमसी के कपिल कृष्ण ठाकुर सांसद बनें हालांकि 2015 में उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में टीएमसी से ममता ठाकुर सांसद बनीं। इस सीट के पहले सांसद टीएमसी के गोविंद चंद्र नास्कर थे।
लोकसभा चुनाव 2019 में टीएमसी ने एक बार फिर ममता ठाकुर पर दांव लगाया है। वहीं भाजपा ने शांतनु ठाकुर को उतारकर यहां प्रभावी मतुआ समुदाय को लुभाने की कोशिश की है। वहीं सीपीएम ने अलाकेश दास और कांग्रेस ने सौरव प्रोसाद को मैदान में उतारा है। राज्य में इनकी संख्या 30 लाख के आस-पास है और मतुआ वोट उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिले की कम से कम पांच लोकसभा सीटों में चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।
बैरकपुर में टीएमसी ने भाजपा के अर्जुन सिंह के खिलाफ दिनेश त्रिवेदी को उतारा है। सिंह चुनाव से पहले टीएमसी का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम चुके थे। वहीं इस सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी मोहम्मद आलम हैं जबकि माकपा ने गार्गी चटर्जी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
हावड़ा लोकसभा सीट पर मुकाबला फुटबॉल खिलाड़ी से राजनीतिक बने टीएमसी के प्रसून बनर्जी, भाजपा के रंतिदेव सेनगुप्ता, कांग्रेस की शुभ्रा घोष और माकपा के सुमित्रो अधिकारी के बीच है।
उलुबेरिया में टीएमसी के सजदा अहमद भाजपा के जॉय बनर्जी से भिड़ेंगे। वहीं कांग्रेस ने शोमा रानीश्री को उतारा है और माकपा ने मकसूदा खातुन को अपना प्रत्याशी बनाया है।
हुगली सीट पर मुकाबला टीएमसी की डॉ रत्ना डे नाग , भाजपा की सेलिब्रिटी प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी, माकपा के प्रदीप साहा और कांग्रेस के प्रतुल चंद्र साहा के बीच है।
आरामबाग सीट पर टीएमसी की अपरूपा पोद्दार भाजपा के तपन कुमार रे के खिलाफ लड़ रही हैं। माकपा ने शक्ति मोहन मलिक को उतारा है और कांग्रेस ने ज्योति कुमारी दास को अपना प्रत्याशी बनाया है।