नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भरोसा जताया है कि भारत 2020-21 के साल में आठ फीसदी से अधिक की वृद्धि दर हासिल कर लेगा। क्योंकि जीएसटी जैसे कर सुधारों का परिणाम सामने आने लगेगा।
न्यूयॉर्क: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गए हुए हैं। इस कार्यक्रम का विषय है 'टिकाऊ विकास के लक्ष्य' अर्थात् विकास के वह लक्ष्य जो कि लंबे समय तक विकास के उद्देश्यों की पूर्ति में सहायक साबित होते हैं। राजीव कुमार इस विषय पर उच्च स्तरीय पोलिटिकल फोरम की मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए न्यूयॉर्क गए हुए थे।
यहां अपने अभिभाषण के दौरान राजीव कुमार ने यह उम्मीद जाहिर की है कि भारत 2020-21 से आठ प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर लेगा। क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे संरचनात्मक सुधार अब परिणाम देने लगेंगे।
राजीव कुमार ने अपनी यात्रा के दौरान भारत के महावाणिज्य दूतावास में आयोजित भारत निवेश संगोष्ठी को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अगले पांच साल में देश की आर्थिक वृद्धि दर को मौजूदा सात प्रतिशत से बढ़ाकर आठ प्रतिशत से अधिक करने पर विशेष तौर पर ध्यान देगी। क्योंकि इससे देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
राजीव कुमार ने एक इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा है कि 'निजी तौर पर मुझे लगता है कि 2020-21 से हम आठ प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर लेंगे जो अगले कई साल तक बरकरार रहेगी। इसकी नींव रख दी गयी है और जीएसटी तथा दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता जैसे संरचनात्मक सुधारों से बदलाव होने लगे हैं। इन बदलावों ने स्थायित्व पाने में समय लिया लेकिन अब ये फायदे देने लगे हैं।'
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि भारत के पास 10 प्रतिशत से अधिक की दर से आर्थिक वृद्धि करने की क्षमता है। हालांकि रोजगार के मसले पर उनका कहना था कि अगले पांच सालों में रोजगार की कमी की समस्या भी दूर हो जाएगी क्योंकि अगले पांच साल में देश में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित किये जाएंगे।