सीमा पर पाकिस्तान की हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लगता है कि पड़ोसी देश एक बार फिर से किसी तरह की खुराफात की योजना बना रहा है। उसने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है और अत्याधुनिक विमानों का पूरा एक स्क्वैड्रन सीमा पर तैनात किया है।
पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर अपने अत्याधुनिक एफ 16 विमानों का एक पूरा स्क्वैड्रन तैनात कर दिया है। उसकी पूरी वायुसेना हाई अलर्ट पर है। अमेरिका की कुछ स्वतंत्र सैटेलाइटों से मिली तस्वीरों में पाकिस्तानी फौज की तैनाती साफ दिखाई दे रही है।
एफ 16 की पूरी स्क्वैड्रन नियंत्रण रेखा के 10 कोर के मुख्यालय रावलपिंडी में तैनात की गई है। इस स्क्वैड्रन में पाकिस्तान को अमेरिका के अलावा जॉर्डन से मिले हुए एफ 16 विमान भी शामिल हैं। यह अत्याधुनिक लड़ाकू विमान पहले सिंध के हैदराबाद के हैंगर में रखे हुए थे। जहां से लाकर इन्हें नियंत्रण रेखा पर तैनात किया गया है।
इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने रावलपिंडी मुख्यालय पर 10 कॉर्प्स के साथ ही सियालकोट की स्पेशल फोर्सेज ब्रिगेड की तैनाती जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कर रख दी है।
पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने भारतीय सैन्य अधिकारियों से संवाद भी खत्म कर दिया है। सरकार में उच्चस्तरीय सूत्रों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान के महानिदेशक सैन्य संचालन (डीजीएमओ) 26 फरवरी को भारत की तरफ से होने नियमित वार्ता में शामिल नहीं हुए। भारतीय डीजीएमओ ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो पाई।
इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान ने जम्मू से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कुख्यात बॉर्डर एक्शन टीम की भी तैनाती की है। इस फोर्स में पाकिस्तान सेना के अलावा आतंकवादी भी शामिल हैं। भारतीय सैनिकों के सिर काटने जैसी हरकतें यही बीएटी करती है।
इसके अलावा भारतीय गश्तीदल को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान ने अपनी तरफ स्नाइपरों की भी तैनाती की है। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर पर रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई कदम भी उठाए हैं।
दुश्मन की इन हरकतों को देखकर साफ लगता है कि वह फिर से किसी तरह की आक्रामक कार्रवाई की तैयारी में जुटा हुआ है।
दरअसल बालाकोट में हुए भारत के सफल एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना की साख दांव पर लग गई है। अपनी इज्जत बचाने के लिए दुश्मन हमारी सीमा पर बार बार गुस्ताखियां कर रहा है।
पिछले दो महीनों में पाकिस्तान की तरफ से 467 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया। जिसमें से अकेले फरवरी में 251 बार उल्लंघन किया गया। साल 2017 में 971 बार युद्ध विराम का उल्लंघन हुआ था वहीं 2018 में यह संख्या बढ़कर 2140 हो गई थी।