फिलहाल पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर दुनिया के हर देश के सामने गिड़गिड़ा चुका है। लेकिन उसे किसी भी देश का समर्थन नहीं मिला है। संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान कई बार कश्मीर के मुद्दे को उठा चुका है। लेकिन संघ ने पाकिस्तान की एक भी नहीं सुनी।
नई दिल्ली। दुनिया भर में कश्मीर के मुद्दे पर अलग थलक पड़े चुके पाकिस्तान को इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) में भी कोई तवज्जो नहीं मिल रही है। लिहाजा अब पाकिस्तान ने सऊदी अरब को धमकी दी है। पाकिस्तान का कहना है कि कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए एक साल पूरे हो गए और मुस्लिम देश कश्मीर के मुद्दे पर खामोश हैं। पाकिस्तान परेशान है और उसके कोई भी देश कश्मीर के मुद्दे पर समर्थन नहीं दे रहा है।
फिलहाल पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर दुनिया के हर देश के सामने गिड़गिड़ा चुका है। लेकिन उसे किसी भी देश का समर्थन नहीं मिला है। संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान कई बार कश्मीर के मुद्दे को उठा चुका है। लेकिन संघ ने पाकिस्तान की एक भी नहीं सुनी। हालांकि अभी तक पाकिस्तान को दुनियाभर में महज तीन देशों ने समर्थन दिया है। चीन, टर्की और मलेशिया ने पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दे पर समर्थन दिया था। लेकिन अब मलेशिया भी अपनी नीति में बदलाव कर रहा है। पिछले दिनों ही मलेशिया ने पाकिस्तान के पायलटों के मलेशिया में विमान को उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था और वहीं अब मलेशिया में महातिर मुहम्मद सत्ता से बाहर हो गए हैं और नई सरकार भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाना चाहती है।
वहीं पाकिस्तान अब सऊदी अरब के मौजूदा रूख से बौखला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि सऊदी अरब को कश्मीर पर ओआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने में देरी नहीं करनी चाहिए। कुरैशी ने धमकी भरे अंदाज में ये कहा कि अगर बैठक नहीं बुलाई जाती है तो वह प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस कश्मीर मुद्दे पर हमारे साथ खड़े इस्लामिक देशों के साथ अलग से बैठक बुलाने की मांग करेंगे। क्योंकि अब पाकिस्तान और इंतजार नहीं कर सकता है।
ओआईसी के 57 देशों में से महज दो देशों का साथ
पाकिस्तान के साथ अभी तक ओआईसी साथ नहीं आया है। क्योंकि ओआईसी मानती है कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान का मुद्दा है और इस मामले में दखल नहीं देना चाहिए। हालांकि मुस्लिम देश होने के नाते ये देश पाकिस्तान के साथ हैं। लेकिन कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को अभी तक संगठन का साथ नहीं मिला है। वहीं ओआईसी में 57 देश सदस्य हैं और अभी तक महज पाकिस्तान को टर्की और मलेशिया का साथ मिला है।