बेशर्म जमात: मेडिकल स्टाफ पर थूक रहे हैं तबलीगी जमात के लोग, बढ़ा रहे हैं संक्रमण

By Team MyNationFirst Published Apr 2, 2020, 10:30 AM IST
Highlights

मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक जमात के जिन लोगों को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर क्वारंटिन सेंटर में रखा गया है वह इलाज और जांच में मेडिकल स्टॉफ के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं।  मीडिया रिपोर्ट में उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार के हवाले से खबर प्रकाशित की गई हैं कि तुकलकाबाद में स्थिति रेलवे के अस्पताल में जांच के लिए रखे गए तबलीगी जमात के लोग मेडिकल स्टाफ से बदसकूली कर रहे हैं यहीं वहीं वह मेडिकल स्टाफ पर थूके भी रहे हैं।

नई दिल्ली। निजामुद्दीन से निकाले गए तबलीगी जमात के लोग आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल स्टॉफ पर थूक रहे हैं और सहयोग नहीं कर रहे हैं। आइसोलेशन सेंटर में वह क्वारंरिट नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इन लोगों को रेलवे के अस्पताल में रखा गया है। हालांकि केन्द्र सरकार पहले ही मान चुका है कि जमात के कारण देश में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक जमात के जिन लोगों को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर क्वारंटिन सेंटर में रखा गया है वह इलाज और जांच में मेडिकल स्टॉफ के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं।  मीडिया रिपोर्ट में उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार के हवाले से खबर प्रकाशित की गई हैं कि तुकलकाबाद में स्थिति रेलवे के अस्पताल में जांच के लिए रखे गए तबलीगी जमात के लोग मेडिकल स्टाफ से बदसकूली कर रहे हैं यहीं वहीं वह मेडिकल स्टाफ पर थूके भी रहे हैं। इन लोगों के जगह-जगह थूकने के कारण कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा है और इससे देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

निजामुद्दीन की मस्जिद ने निकाले जाने के बाद तबलीगी जमात के 167 लोगों को रेलवे के अस्पताल में आइसोलेशन सेंटर्स में रखा गया है। जहां ये लोग अव्यवस्था फैला रहे हैं। कल ही जमात के लोग बसों में चढ़ाने के दौरान पुलिस और डाक्टरों पर थूक रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि थूक के जरिए कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा है। जानकारी के मुताबिक जमात के लोग थूकने के साथ ही मेडिकल स्टॉफ से गैर जरूरी चीजों की मांग भी कर रहे हैं। केन्द्र सरकार ने भी माना है कि तबलीगी जमात सोशल डिस्‍टेंसिंग की धज्जियां उड़ा  रहे हैं।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए केन्द्र सरकार ने लॉकडाउनकिया है और जमात के लोग सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों को भी ताक में रख रहे हैं। बुधवार को दिल्ली में जो 32 नए मामले सामने आए हैं उसमें 29 मामले मरकज के हैं। अभी तक 300 से ज्यादा मरीज मकरज के सामने आए हैं।  इसमें 110 मामले तमिलनाडु के हैं। वहीं दिल्ली सरकार का कहना है कि मरकज से 2,361 लोगों को मस्जिद से निकाला गया है इसमें से 766 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
 

click me!