डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में जानकारी दी है कि ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को मार गिराया है। ट्रंप ने जानकारी दी है कि अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के बेटे और इस संगठन के उत्तराधिकारी हमजा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर मार गिराया है। हालांकि अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच रद्द हुए शांति समझौते के बाद ये अमेरिका की बड़ी कार्यवाही मानी जा रही है।
नई दिल्ली। दुनिया भर में आंतक के आका के तौर पर मशहूर आतंकी ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा बिन लादेन भी मारा गया है। ये जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट पर दी। हालांकि इससे पहले कई बार हमजा के मारे जाने की अफवाह मीडिया में उड़ी थी लेकिन इस बार इसकी पुष्टि ट्रंप ने की है। अमेरिकी प्रशासन ने उस पर दस मिलियन डॉलर का इनाम रखा था।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में जानकारी दी है कि ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को मार गिराया है। ट्रंप ने जानकारी दी है कि अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के बेटे और इस संगठन के उत्तराधिकारी हमजा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर मार गिराया है।
हालांकि अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच रद्द हुए शांति समझौते के बाद ये अमेरिका की बड़ी कार्यवाही मानी जा रही है। क्योंकि अभी तक तालिबानी आतंकी अमेरिकी सेना और अफगान नागरिकों को निशाना बना रहे थे।
ट्रंप ने कहा कि हमजा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अलकायदा को बड़ी चोट पहुंची है और इसके साथ ही उनके आतंकी पिता की निशानी का भी अंत हो गया है। जो आतंक को बढ़ा रहा था। हालांकि अभी तक हमजा के मारे जाने की कई खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं और इसके बाद अलकायदा उसका बयान या वीडियो जारी कर देता है। लेकिन कभी भी आधिकारिक तौर पर अमेरिकी प्रशासन ने इस की पुष्टि नहीं की थी। पिछले दिनों अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी मार्क एस्पर ने हमजा की मौत की पुष्टि की थी।
कौन था हमजा और कितना था इनाम
हमजा पर अमेरिकी सरकार ने एक मिलियन डॉलर का इनाम रखा था और वो ओसामा बिन लादेन के 20 बच्चों में से 15वां था और वह ओसामा की तीसरी बीवी का बेटा था। ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा में वह एक नेता के रूप में उभर रहा था। ओसामा बिन लादेन को मई 2011 में अमेरिकी सेना ने मार गिराया था और वह अपने पिता का बदला लेना चाहता था। इसके बाद सऊदी अरब सरकार ने उसकी नागरिकता रद्द कर दी थी।