टेलीग्राम सेफ या खतरनाक? इन क्रिमिनल एक्टिविटीज के कारण मंडरा रहा बैन का खतरा

By Rajkumar UpadhyayaFirst Published Aug 27, 2024, 11:05 AM IST
Highlights

क्या टेलीग्राम भारत में बैन हो सकता है? जानें कैसे क्रिमिनल एक्टिविटीज के चलते इस पॉपुलर मैसेजिंग ऐप पर खतरा मंडरा रहा है। जानें इसके सेफ्टी फीचर्स और इससे जुड़े जोखिम।

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर मौजूद मैसेजिंग ऐप्स में से टेलीग्राम एक पॉपुलर आप्शन है। यह क्लाउड-आधारित इंस्टेंट मैसेजिंग और वॉइस ओवर सर्विस ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। खास यह है कि इसका डेटा आपके डिवाइस पर नहीं, बल्कि ऐप के सर्वर पर स्टोर होता है, इसी कारण इसे क्लाउड बेस्ड सर्विस कहा जाता है। हालांकि, टेलीग्राम की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं, क्योंकि भारत सरकार अब इस प्लेटफॉर्म की गतिविधियों की जांच कर रही है। खासतौर पर जबरन वसूली और जुआ जैसे अपराधों से जुड़े मामलों की। इसी वजह से इस ऐप पर भारत में बैन का खतरा मंडरा रहा है। 

टेलीग्राम सीईओ की गिरफ्तारी के बाद गरमाया मामला

यह विवाद तब बढ़ा जब टेलीग्राम के 39 वर्षीय संस्थापक और सीईओ पावेल डुरोव को 24 अगस्त को पेरिस में गिरफ्तार किया गया। उन पर ऐप की मॉडरेशन पॉलिसी को लेकर सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें प्लेटफॉर्म पर अपराधों को रोकने में विफल रहने के कारण हिरासत में लिया गया है। आपको बता दें कि टेलीग्राम के भारत में करीबन 50 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स हैं।

क्या टेलीग्राम भारत में होगा बैन?

अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट्स बताती हैं कि इंडियन साइबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) टेलीग्राम के P2P कम्युनिकेशन पर जांच कर रहे हैं। गृह मंत्रालय और MeitY की यह जांच जबरन वसूली और जुआ जैसे मामलों पर केंद्रित है। जांच के परिणाम गंभीर हुए, तो टेलीग्राम को ब्लॉक किया जा सकता है। जांच के नतीजों के बाद ही टेलीग्राम के बैन को लेकर निर्णय लिया जाएगा।

क्‍या चीजें टेलीग्राम को सेफ बनाती हैं?

टेलीग्राम की कई खासियते हैं, जो उसे सेफ बनाती हैं। जैसे-एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, यह ऐप तय करता है कि आपकी मीडिया फाइल या कंटेंट कोई थर्ड पार्टी डिस्क्रिप्ट नहीं कर सकती। चाहे वह आपका इंटरनेट सेवा प्रदाता हो या फिर वाई-फ़ाई राउटर के मालिक।

टेलीग्राम के खतरे क्या?

टेलीग्राम के कुछ फीचर्स को लेकर लोग चिंता जताते रहे हैं। जैसे बच्चों का पैरेंट्स के नियंत्रण से बाहर हो जाना। बच्चों के लिए अनसेफ कंटेंट के खतरे। हालांकि उससे बचाव के उपाया भी किए जा सकते हैं। जैसे—ऐप की सेटिंग को एडजस्ट किया जा सकता है। फोन नंबर और प्रोफाइल फोटो छिपाई जा सकती है।

ये भी पढें-GSTN New Advisory: 1 सितंबर से GST रिटर्न दाखिल नहीं कर पाएंगे टैक्स पेयर्स, जानें क्या है वजह?...

click me!