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ब्रेन स्ट्रोक तब होता है, जब दिमाग के किसी हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन बाधित हो जाता है। ऑक्सीजन की कमी से ब्रेन सेल्स और टिश्यूज कुछ ही मिनटों में डैमेज होने लगते हैं।
स्ट्रोक के लक्षणों को समय पर पहचानने और सही इलाज कराने से जीवन बचाया जा सकता है। समस्या को नजरअंदाज करना घातक साबित हो सकता है।
पिछले 5 सालों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले 25% तक बढ़े हैं। युवाओं में खराब लाइफस्टाइल, खानपान, धूम्रपान और तनाव मुख्य कारण हैं।
स्ट्रोक के साथ ही हाई बीपी, डायबिटीज, और स्लीपिंग डिसऑर्डर जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। तनाव और एयर पॉल्यूशन भी बड़े कारण हैं।
भारत में हर साल 1.85 लाख से ज्यादा ब्रेन स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं। हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक से प्रभावित होता है।
डाइट का ख्याल रखें। धूम्रपान और तनाव से बचें। नियमित एक्सरसाइज करें। हाई बीपी और डायबिटीज को नियंत्रित रखें। ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें।