Lifestyle

कफ के रंग से पहचानें बीमारी, जानें कैसे?

Image credits: pexels

बीमार होने पर क्यों बदलता है बलगम का रंग?

क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप बीमार होते हैं तो आपके बलगम का रंग क्यों बदल जाता है? यह आपकी सेहत के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाला संकेत हो सकता है। 

Image credits: Getty

बलगम शरीर की सिक्योरिटी सिस्टम का हिस्सा

बलगम वायरस, बैक्टीरिया और अन्य कणों को बॉडी में जाने से रोकता है। बलगम का रंग बॉडी के इंफेक्शन से लड़ने के तरीके को भी दर्शाता है।

Image credits: Getty

साफ बलगम

यह सामान्य रंग का होता है। नाक के मार्ग को नम और कणों से मुक्त रखता है। एलर्जी और वायरल संक्रमण के शुरुआती दिनों में इसे अधिक मात्रा में देखा जा सकता है।
 

Image credits: Getty

सफेद बलगम

यह आमतौर पर श्वास नली के अवरुद्ध होने का संकेत है। जब नाक के ऊतक सूज जाते हैं, तो बलगम गाढ़ा हो जाता है, और यह सर्दी जैसी शुरुआत के संक्रमण का संकेत हो सकता है।

Image credits: Getty

पीला बलगम

जब आपका शरीर संक्रमण से लड़ रहा होता है, तो श्वेत रक्त कोशिकाएं मरकर पीला रंग उत्पन्न करती हैं। यह बलगम का रंग आपके शरीर की सक्रिय प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को दर्शाता है।

Image credits: pexels

हरा बलगम

हरे रंग वाला बलगम तीव्र प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का नतीजा होती है। यह रंग मायलोपेरोक्सीडेज नामक एंजाइम से आता है, जो श्वेत रक्त कोशिकाओं से बनता है, संक्रमण नष्ट करने में मददगार।
 

Image credits: pexels

लाल या गुलाबी रंग

अगर बलगम में खून दिखाई दे, तो यह नाक के ऊतकों के सूखने या क्षतिग्रस्त होने का संकेत हो सकता है।

Image credits: Getty

काला बलगम

यह दुर्लभ और गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि फंगल संक्रमण या प्रदूषण (सिगरेट के धुएं) के कारण होने वाली समस्याएं।

Image credits: Getty

सर्दियों में रोज आंवला शॉट पीने के 5 चमत्कारी फायदे

झड़ते बालों से हैं परेशान? दादी का ये असरदार नुस्खा आएगा काम

काम की बात: रात में नाखून काटने से क्यों मना करते हैं बड़े-बुजुर्ग

खाली पेट काजू खाने का शौक भारी पड़ सकता है, जानें सही तरीका