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बड़े—बुजुर्ग कहते हैं कि "शुभ कार्यों में काले कपड़े मत पहनो।" लेकिन क्यों? यह सिर्फ एक मिथक है या इसके पीछे कुछ कारण हैं?
काला रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। शुभ कार्यों में नकारात्मक ऊर्जा से बचना जरूरी है। इसलिए, मंगल कार्यों में काले वस्त्र वर्जित हैं।
ज्योतिष का मत है कि काला रंग शनि और राहु से संबंधित है। शुभ मौकों पर काले रंग से बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह कार्य का अशुभ फल दे सकता है।
काला रंग ऊष्मा का अवशोषक है। गर्मी में काले कपड़े पहनने से यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। मनोवैज्ञानिक शोध बताते हैं कि काले रंग से अशांति और तनाव बढ़ सकता है।
हिंदू धर्म में काले रंग को अशुभ माना गया है। यह रंग शुभता और पवित्रता के विपरीत समझा जाता है। शादी, गृह प्रवेश, या अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में इसे वर्जित किया जाता है।
यह बातें केवल परंपरा नहीं हैं। यह पौराणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक ज्ञान का मेल है। उनकी सलाह को मानना हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
शुभ मौकों पर लाल, पीला, हरा, और सफेद जैसे शुभ रंग पहनें। ये रंग सकारात्मकता, समृद्धि और शांति का प्रतीक हैं।
शुभ कार्यों में सकारात्मकता बनाए रखें। नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए परंपराओं का पालन करें। यह हमारे जीवन में शुभता और समृद्धि लाता है।