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Ias kajal jawla success story: "जानें कैसे काजल जौला ने शादी, फुलटाइम सर्विस और UPSC की तैयारी के बीच संतुलन बनाकर IAS बनने का सपना साकार किया। पढ़ें उनकी प्रेरणादायक सफलता कहानी।"
काजल की UPSC यात्रा 2012 में शुरू हुई, शुरूआती असफलताओं के बावजूद उन्होंने प्रयास जारी रखा। 2017 में शादी के बाद उन्होंने पति से अपने सपने को साझा किया और लास्ट चांस की गुजारिश की।
1.5 घंटे के ऑफिस कम्यूट का यूज न्यूज पेपर और करेंट अफेयर्स अपडेट के लिए किया। वीकेंड को फुल टाइम रीडिंग, रविवार को बैकलॉग पूरा किया।
हर काम के लिए अलार्म सेट किए।
प्रीलिम्स से पहले 7 दिन की छुट्टी ली।
मुख्य परीक्षा से पहले 45 दिन का ब्रेक लिया।
इंटरव्यू से पहले 7 दिन की छुट्टी लेकर अपनी तैयारी को अंतिम रूप दिया।
बुलेट पॉइंट, फ्लो चार्ट और आरेखों का यूज किया।
हर दिन 4-5 आंसर लिखने का अभ्यास किया और स्पीड सुधारने के लिए दोबारा लिखा।
ऑनलाइन स्टडी ग्रुप्स का हिस्सा बनीं, जिससे काफी मदद मिली।
"द हिंदू" और कुछ ऑनलाइन कोचिंग इंस्टीट्यूट के फ्री मैटेरियल पर निर्भर रहीं।
हिस्ट्री के लिए बिपिन चंद्र, भूगोल के लिए NCERT, अर्थव्यवस्था के लिए रमेश सिंह की बुक पढ़ी।
साइंस बैकग्राउंड की होने के कारण जूलॉजी को चुना।
इसमें रुचि और विशेषज्ञता के कारण इसे स्कोरिंग बनाया।
अपनी रणनीति में स्मार्ट नजरिया अपनाया, जिससे कम समय में अधिक तैयारी हो सकी।
Ias काजल जौला की सफलता यह दिखाती है कि यदि सही रणनीति और दृढ़ संकल्प हो, तो सर्विस और पर्सनल लाइफ के बीच संतुलन बनाकर भी UPSC क्रैक की जा सकती है।