Utility News
Uterus Pain: बच्चेदानी में दर्द होना सामान्य भी हो सकता है और गंभीर समस्या का संकेत भी। जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज के तरीके, ताकि समय रहते सावधानी बरती जा सके।
अगर बच्चेदानी में दर्द के साथ ये लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
भारी ब्लीडिंग
बुखार और कमजोरी
असामान्य वैजाइनल डिस्चार्ज
पेट के निचले हिस्से में लगातार तेज दर्द
यूट्रस स्वैलिंग बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से हो सकता है। इसमें पेट में अक्सर दर्द रहता है, बुखार आता है या वैजाइनल डिस्चार्ज भी हो सकता है. ऐसी समस्याओं को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
महिलाओं के यूट्रस की पॉलीप्स एक ऐसी समस्या है जो यूट्रस वाल पर हो सकती है। इसमें पीरियड्स समय पर नहीं आता, पेट दर्द रहता है,थकान होती है या वैजाइनल डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है.
यह यूट्रस से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें बच्चेदानी के आस-पास गांठें बनने लगती हैं। जो ट्यूमर होती हैं। इससे पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं, खून की कमी और बांझपन का डर होता है।
इस बीमारी की लाइनिंग एंडोमेट्रियम कहते हैं। ये पीरियड्स में ब्लीडिंग के तौर पर शरीर से बाहर आता है। इसमें अंदरूनी टिशू गलत जगह बढ़ने लगते हैं, जिससे प्रेगनेंसी में दिक्कत आती है।
घरेलू उपाय: हल्के दर्द के लिए हीटिंग पैड और हल्की एक्सरसाइज मदद कर सकती है।
मेडिकल ट्रीटमेंट: जरूरत पड़ने पर डॉक्टर एंटीबायोटिक, हार्मोनल थेरेपी या सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं।