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भारत में हर चुनाव के बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की चर्चा होती है। हाल ही में महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद विपक्ष ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया था।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ देशों ने चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल के बाद इसे बैन कर दिया? आइए जानते हैं किन देशों ने लिया यह बड़ा कदम और क्यों।
ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में दो मुख्य यूनिट्स होती हैं। कंट्रोल यूनिट: यह मतदान अधिकारी के पास रहती है। बैलेट यूनिट: यह वह यूनिट है, जहां वोट डाले जाते हैं।
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश ने हाल ही में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
इसके अलावा जापान ने भी इसे चुनावों में बैन कर दिया है। जर्मनी, नीदरलैंड और आयरलैंड जैसे देशों ने भी ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगाई है।
2018 में जापान ने नगरपालिका चुनावों के बाद इसका इस्तेमाल बंद कर दिया था।
बांग्लादेश ने 2018 के आम चुनावों में ईवीएम का उपयोग किया था, लेकिन विपक्षी दलों द्वारा विरोध करने के बाद, बांग्लादेश ने 2023 के चुनावों से पारंपरिक मतपेटियों का उपयोग शुरू कर दिया।
2009 में जर्मनी की अदालत ने ईवीएम को असंवैधानिक करार दिया था। अदालत के अनुसार, आम नागरिकों के लिए मतदान प्रक्रिया को जांचना मुश्किल हो जाता है।
पाकिस्तान जैसे कुछ देश अब भी ईवीएम के उपयोग के लिए तैयार हो रहे हैं। पाकिस्तान ने एक प्रोटोटाइप ईवीएम तैयार की है और आने वाले चुनावों में इसका उपयोग करने पर विचार कर रहा है।