पांच राज्यों में हो रहे विधानासभा चुनावों में आज मध्यप्रदेश और मिजोरम में मतदान शुरू हो गया है। मिजोरम में 7.70 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य में मुख्यमंत्री लल थनहवला तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए जबकि भाजपा पूर्वोत्तर के आखिरी गढ़ में कांग्रेस को शिकस्त देने के लिए जोर आजमाइश में लगी है।

1987 में एक पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद से मिजोरम में कांग्रेस और मिजोरम नेशनल पार्टी (एमएनएफ) सत्ता में है। दिलचस्प यह है कि तब से लेकर आज तक कोई भी पार्टी राज्य में दो बार से अधिक सरकार नहीं बना सकी है।

मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्वोत्तर का यह एकमात्र राज्य है जहां भाजपा की सरकार नहीं है। राज्य की आबादी करीब 10 लाख है।

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि मुख्य विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के खाते में पांच और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस की झोली में एक सीट आई थी।

राज्य में वोट जालने के लिए सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतार लग गई है। वहीं प्रशासन ने इसके लिए कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया हैं।