हेल्थ डेस्क। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट की मानें तो भारत की एक बड़ी आबादी डायबिटीज से पीड़ित है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में साल  2045 तक भारत में 13 करोड़ लोग डाबिटीज से पीड़ित होंगे। आने वाले समय में डायबिटीज के पेशेंट्स की संख्या बढ़ेगी। अगर पहले से ही डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल में रखा जाए तो भविष्य में कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। जानिए कैसे मेडिशन पत्तियों की मदद से (Medicinal leaves to reduce blood sugar) डायबिटीज के खतरे से बच सकते हैं। 

एलोवेरा से ब्लड शुगर होता है कंट्रोल

NCBI में पब्लिश रिपोर्ट में बताया गया है कि  एलोवेरा की पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक क्वालिटी होती है। अगर रोजाना खाली पेट एलोवेरा का सेवन किया जाए तो इंसुलिन का प्रोडक्शन नॉर्मल किया जा सकता है। ऐसा होने से जिन लोगों को भविष्य में डायबिटीज का खतरा है वो कम हो जाएगा। वहीं जो लोग डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें भी बहुत फायदा पहुंएगा। प्री-डायबिटिक लोगों में एलोवेरा जूस का अधिक असर दिखता है। अगर आप एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करते हैं पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि कब्ज से भी छुटकारा मिलता है। 

करेला करेगा डायबिटीज में वार

भले ही स्वाद में कड़वा हो लेकिन करेला स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। आप करेले की पत्तियों के रस का जूस बनाकर पी सकते हैं। ऐसा करने से ब्लड में शुगर का लेवल ज्यादा नहीं होगा।  

नीम के पत्तों से भगाएं डायबिटीज का डर

नीम के पत्ते शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं ये तो हर कोई जानता है। मेडीशनल और एंटीफंगल गुणों वाली नीम की पत्ती डायबिटीज को भी कंट्रोल कर सकती है। अगर रोजाना नीम की ताजी और छोटी पत्तियों को चबाया जाए तो डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है। नीम की पत्तियों में पाए जाने वाले कंपाउड्स के कारण ऐसा होता है। 

मेथी की पत्तियां हैं डायबिटीज की दुश्मन

मेथी दाना या फिर मेथी की पत्तियां भी डायबिटीज को दूर भगाने में मदद करती हैं। कोलेस्ट्रॉल रेगुलेशन, ब्लड शुगर कंट्रोल, ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई बढ़ाने में मदद करने के साथ ही मेथी हॉर्मोन टेस्टोस्टेरॉन को भी मेंटेन रखता है। 

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