मुंबई। मुंबई में कोरोना का कहर जारी है और राज्य के हालात काफी खराब है। लेकिन अब एक और आफत मुंबई में बरसने वाली है। देश में मॉनसून ने दस्तक दे दी है और अब मुंबई में बारिश शुरू होने वाली है। लिहाजा आईआईटी मुंबई की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में मानसून के साथ ही कोरोना का संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है। जिसके बाद राज्य के हालात और बिगड़ सकते हैं। जबकि राज्य कोरोना का सबसे बड़ा सेंटर बना हुआ है।

आईआईटी मुंबई की एक रिपोर्ट के मुताबिक मॉनसून के साथ ही कोरोना का संक्रमण राज्य में और तेजी से बढ़ेगा। राज्य में नमी बढ़ने के कारण कोरोना के वायरस को फैलने में मदद मिलेगी और इससे राज्य के हालत और ज्यादा खराब होंगे। आईआईटी मुंबई के दो प्रोफेसरों रजनीश भारद्वाज और अमित अग्रवाल के मुताबिक अधिक तापमान और कम नमी की वजह से खांसी को सूखने में कम समय लगता है। लेकिन मॉनसून में स्थिति बदल जाती है और खांसी सूखने में ज्यादा वक्त लगेगा। दोनों प्रोफेसरों ने इस स्टडी को मार्च माह में शुरू किया था और इसमें कंप्यूटर मॉडल का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट में तापमान, ह्यमिडिटी और सरफेस को आधार बनाया गया है और इसी आधार पर निष्कर्ष निकला है।

उनके मुताबिक सूखे वातावरण की तुलना में नमी वाले वातावरण में वायरस में जिंदा रहने की क्षमता 5 गुना बढ़ जाती है। मुंबई में अगले एक दो दिन में मॉनसून दस्तक देने वाला है और यहां ह्यूमिडिटी का स्तर 80 फीसदी से ज्यादा होता है। लिहाजा इस वातावरण में कोरोना के संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक गर्म मौसम में कोरोना का असर कम होता है और ये सूखकर मर जाते हैं। अभी तक कई विशेषज्ञ कह चुके है कि गर्मी के कारण कोरोना कम फैलता है। वहीं दोनों प्रोफेसरों का दावा है कि गर्म मौसम में ड्रॉपलेट तुरंत वाष्प बनकर सूख जाते हैं और इसके कारण रिस्क रेट कम हो जाता है।

महाराष्ट्र में 1,01 संक्रमितों की संख्या

राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। राज्य में कोरोना के मामले बढ़कर 1 लाख से पार हो गए हैं। वहीं राज्य में अब तक 3717 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले में अब तक  दुनिया के 20 देशों को पीछे छोड़ दिया है। राज्य में कनाडा, चीन, दक्षिण अफ्रीका, बांग्‍लादेश से ज्यादा मामले सामने आए हैं।