केरल का प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर एक बार फिर खुलने वाला है। पांच नवंबर को मंदिर एक दिन के लिए खुलेगा। हालांकि इस बार केरल पुलिस मंदिर दोबारा खुलने से पहले सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाह रही है।

 किसी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए भगवान अयप्पा मंदिर के आसपास पम्बा और अन्य इलाकों में आज यानी शनिवार की रात से लेकर मंगलवार तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी। 

केरल में स्थानीय श्रद्धालु 10 से 50 साल की उम्र तक की महिलाओं के प्रवेश का कड़ा विरोध कर रहे हैं। पिछली बार उन्होंने महिलाओं को रोकने के लिए मानव चेन बनाई थी। 

खास बात यह है कि महिलाओं के प्रवेश का विरोध करने वालों में बड़ी संख्या महिलाओं की ही है। 

हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश का रास्ता खोल दिया है। लेकिन स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं।  

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सबरीमाला मंदिर से 10 से 50 आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए भारी सुरक्षाबल तैनात किए जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने खबर दी है कि निषेधाज्ञा का आदेश शन्निधानम, पम्बा, निलक्कल और इल्लुवंगल में लगा रहेगा।

मासिक पूजा के लिए 17 अक्टूबर को पांच दिन के लिए खोले गए मंदिर में एक दर्जन महिलाओं की पुलिस सुरक्षा के बीच पूजा के लिए जाने की कोशिश के बाद श्रद्धालुओं और अन्य संगठनों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया था। 

पुलिस के मुताबिक, हिंसक प्रदर्शन के मामले में 543 केस दर्ज किए गए हैं और 3,701 लोगों की गुरूवार तक गिरप्तारी हुई है।

अयप्पा के एक लापता हुए श्रद्धालु का शव बरामद होने के बाद बीजेपी ने शुक्रवार को पंथनमथिट्टा में बंद का आह्वान किया था। बीजेपी ने आरोप लगाया कि निलक्कल में प्रदर्शन कर रहे श्रद्धालुओं के उपर पुलिस की कार्रवाई में उनकी मौत हुई है।