लखनऊ। उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस वे पर कई सालों से लूट का खेल चल रहा है। लेकिन प्रदेश की पुलिस लूट को रोकने में अभी तक फेल हुई है। पिछले एक दिन में एक्सप्रेस वे पर कील फेंककर दो व्यापारियों की गाड़ी पंक्चर कर उन्हें लूटा। लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस खामोश है। ये लूट की पहली घटना नहीं है बल्कि एक्सप्रेस वे पर रोज इस तरह की घटना हो रही हैं। एक दिन पहली ही मथुरा के जिलाधिकारी भी बदमाशों के चंगुल में आने से बच गए। फिलहाल पुलिस का कहना है कि वह जांच कर रही है और जल्द ही इस पर लगाम लगाएगी।

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के यमुना एक्सप्रेस वे में बदमाशों ने महज तीन घंटे के दौरान ही आगरा और कानपुर के दो व्यापारियों की गाड़ियों को पंक्चर करके लूट लिया। बदमाशों ने सड़क पर कील की बिछाई हुई थी। जिसके बाद व्यापारियों की गाड़ियां पंक्चर हो गई। इसके बाद जैसे ही ड्राइवर बाहर आया। इन बदमानों ने इन व्यापारियों को पिस्टल की नोट पर लूट लिया। हालांकि इसी बीच मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र भी उधर से निकल रहे थे और उनकी गाड़ी खराब हो गई। वह भी बदमाशों के चंगुल में फंस सकते थे।

लेकिन जिलाधिकारी होने के कारण उनके लिए नई गाड़ी आ गई और चले गए।  पूरे यमुना एक्सप्रेस वे पर बदमाशों का राज है और पुलिस कुछ नहीं कर पाती है। महज रिपोर्ट लिखकर खानापूर्ति करती है। इस रास्ते में बदमाश घूमते रहते हैं। फिलहाल हर बार की तरह इस बार भी यूपी पुलिस बदमाशों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं जुटा सकी है। जानकारी के मुताबिक, यमुना एक्सप्रेस-वे पर थाना नौहझील क्षेत्र में रोड पर बदमाशों ने नुकीली कीलें फेंककर गाड़ियों को पंचर किया और उसके बाद हथियारों के बल पर लूट को अंजाम दिया। इन बदमाशों ने व्यापारियों से तमंचे की नोक पर लैपटॉप, दो मोबाइल, क्रेडिट और डेविट कार्ड 8 हजार की नकदी लूटी और फरार हो गए।