मुंबई। पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे का साथ नागरिकता संसोधन कानून को लेकर केन्द्र सरकार को मिल गया है। राज ठाकरे ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने का ऐलान किया है। लिहाजा माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में एमएनएस और शिवसेना में हिंदुत्व के लेकर जंग हो सकती है। फिलहाल एमएनएस राज्य में शिवसेना का विकल्प बनने के तैयार होती दिख रही है।

शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर राज ठाकरे ने पार्टी का नया झंडा लांच किया है। ये झंडा भगवा है जबकि पहले एमएनएस का झंडा चार रंगों का था। लिहाजा अब ये तय हो गया है कि राज ठाकरे अब पूरी तरह के राज्य में हिंदुत्व के एजेंडे पर काम करेंगे। उन्होंने आज दिए गए भाषण में भी ये जता दिया है कि वह राज्य से घुसपैठियों को बाहर करेंगे। जबकि कुछ समय तक राज ठाकरे भाजपा के विरोध में बयान देते रहे रहे हैं। हालांकि वह पहले पीएम नरेन्द्र मोदी के बडे प्रशंसक माने जाते थे।

बहरहाल आज राज ठाकरे ने सीएएस और एनआरसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस कानून को लेकर मोदी सरकार का समर्थन करते हैं और वह  9 फरवरी को इस मुद्दे पर मुंबई के शिवाजी मैदान में बड़ी रैली का आयोजन करेंगे। राज ठाकरे के मोदी सरकार के प्रति नरम रूख दिखाते हुए घुसपैठियों को बाहर निकालने में केंद्र सरकार के फैसले को सही बताया है। फिलहाल अब ये तय हो गया है कि एमएनएस आक्रामक तेवर दिखाएगी।

क्योंकि राज्य में शिवसेना के कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने के बाद शिवसेना को लेकर महाराष्ट्र में लोगों की राय बदल रही है। वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार और कांग्रेस नेता अशोक चाह्वाण के मुस्लिमों के हितों में सरकार बनाने के बयान के बाद हिंदु वोटर शिवसेना से नाराज हो सकता है। लिहाजा राज ठाकरे इस नाराजगी का फायदा उठाना चाहते हैं। राज ठाकरे ने कहा कि मराठी और हिंदू के साथ जो छेड़छाड़ करेगा वह उसके लिए ठीक नहीं होगा क्योंकि देश को मानने वाले हिंदू हैं और वह मराठी होने के साथ ही हिंदू हैं।