नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में हो प्रदर्शन और धरनों पर आजादी के नारों की खबरें आ रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के लखनऊ और प्रयागराज में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। जिसमें आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। लिहाजा राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसको लेकर सख्त हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो भी आजादी के नारे लगाएगा। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं विपक्षी दल योगी के इस बयान की निंदा कर रहे हैं। लेकिन अब योगी को कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी का साथ मिला है।

क्योंकि देशभर में जो हो रहे हैं उन प्रदर्शनों में आजादी जैसे नारे लगाए जा रहे हैं। जिसको लेकर केन्द्र सरकार और राज्य सरकार सख्त है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, प्रयागराज और दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता कानून को लेकर लोग धरने पर बैठे हैं और वहां पर लोग आजादी के नारे लगा रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों नागरिकता कानून को लेकर मुंबई में एक लड़की ने फ्री कश्मीर को लेकर प्रदर्शन किया था। यही नहीं इस तरह का पोस्टर दिल्ली के कई कॉलेजों में प्रदर्शनकारियों ने लगाया था।  

जिसको लेकर केन्द्र सरकार सख्त थी। मुंबई में इस तरह के पोस्टर को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने भी सवाल उठाए थे। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेट स्टीफन कॉलेज में जेएनयू हिंसा को लेकर मार्च निकाला गया था और इस मार्च में भी "कश्मीर आज़ाद" का पोस्टर भी दिखाया था। लेकिन अब उत्तर प्रदेश में इस तरह के नारे और पोस्टरों को लेकर राज्य की योगी सरकार सख्त है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो भी इस तरह के नारे लगाएगा, उसके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

लेकिन विपक्षी दल उनके बयान की निंदा कर रहे हैं। लेकिन अब योगी आदित्यनाथ को अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी का साथ मिला है। उनका कहना है कि इन प्रदर्शनों में ‘आजादी’ के नारों की कोई जगह नहीं है। योगी ने कहा कि लोगों को भारत की जमीन से भारत के खिलाफ साजिश करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।