1984
(Search results - 35)NewsDec 18, 2018, 2:49 PM IST
‘1984 में कांग्रेसियों ने किया महिलाओं का बलात्कार’
कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बीजेपी अध्यक्ष के ताजा हमले से सनसनी फैल गई है। अमित शाह ने साफ कहा है कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान कांग्रेसियों ने महिलाओं पर अमानुषिक अत्याचार किया। उन्होंने यह इल्जाम ट्विटर के जरिए लगाए।
NewsDec 18, 2018, 12:11 PM IST
सज्जन कुमार ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, राहुल को भेजा इस्तीफा !
दिल्ली हाईकोर्ट से 1984 के सिख दंगों में दोषी और उम्रकैद की सजा पाने वाले कांग्रेसी दिग्गज सज्जन कुमार ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कुमार ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है। हालांकि अभी तक किसी भी बड़े कांग्रेसी नेताओं ने पुष्टि नहीं की है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक कुमार ने इस्तीफा देकर कांग्रेस की मुश्किलें कम करने की कोशिश की है।
NewsDec 17, 2018, 9:33 PM IST
1984 सिखों का नरसंहारः 34 साल से रिसते ज़ख्म
31 अक्टूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के बाद दिल्ली में सिखों का कत्ल-ए-आम शुरु हो गया। दो नवंबर दिल्ली छावनी के राजनगर में दंगाइयों ने केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुविंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की बर्बर हत्या कर दी। इस मामले में 21 साल बाद 2005 में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर दर्ज की। इसके लिए पीड़ितों की शिकायत और नानावटी आयोग की सिफारिशों को आधार बनाया गया। दंगों के 26 साल बाद 13 जनवरी 2010 को आरोपपत्र दाखिल हुआ लेकिन 30 अप्रैल 2013 को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार निचली अदालत से बरी हो गए। हालांकि 17 दिसंबर, 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने आपराधिक साजिश, दंगा भड़काने में सभी 6 को दोषी माना और सज्जन कुमार, कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल, बलवान खोकर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं किशन खोकर और महेंद्र यादव को 10 साल की सजा दी गई।
NewsDec 17, 2018, 8:38 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगेः जब रक्षक भी बन गए थे भक्षक
कोर्ट के फैसले में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनसे उस समय दिल्ली पुलिस का रवैया बेनकाब होता है। यह दर्शाता है कि कैसे दिल्ली पुलिस कानून का पालन करने के बजाय अपने राजनीतिक आकाओं के इशारों पर काम कर रही थी।
NewsDec 17, 2018, 6:48 PM IST
1984 मामले: अमेरिकी सिख संगठन ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
‘सिख्स ऑफ अमेरिका’ संगठन के प्रमुख जसदीप सिंह ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों से भारत और विदेशों में रहने वाले सिखों के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं।’
NewsDec 17, 2018, 5:00 PM IST
खुशवंत सिंह ने अपने नावेल में लिखी थी सिख दंगों की आंखों देखी... मैं अपने ही देश में शरणार्थी था क्योंकि मैं सिख था
असल में 5 जून 1984 को भारतीय सेना स्वर्ण मंदिर में घुसी थी और सिंह ने इस सम्मानित अवार्ड को वापस कर दिया था। उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा है कि ‘एक गहरा अवसाद मेरी आत्मा में प्रवेश कर रहा था और मैं बार बार पूछता हूं कि क्या मैं सिख हूं। मैं निश्चित तौर से भिंडरवाला ब्रांड नहीं हूं और ना ही गुरूद्वारा भाई ब्रांड। मुझे ये याद नहीं कि मैं कब पिछली बार गुरुद्वारा गया।
NewsDec 17, 2018, 2:22 PM IST
1984 सिख नरसंहारः सिख समुदाय के नेता बोले, बेनकाब हुई कांग्रेस
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:19 PM IST
1984 सिख नरसंहारः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की लीगल सेल ने क्या कहा
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:16 PM IST
1984 सिख नरसंहारः पीड़ित निरप्रीत कौर से सुनिये क्या हुआ था उनके साथ
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:13 PM IST
1984 सिख नरसंहारः देखिए क्या बोले - अहम गवाह जगशेर सिंह
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 11:24 AM IST
कांग्रेस बेनकाब, सज्जन कुमार को 1984 के सिख नरसंहार में उम्रकैद
सिख विरोधी दंगे में आज दिल्ली हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बदलते हुए कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सज्जन कुमार पर एक बार फिर से मुकदमा चलेगा। कोर्ट ने अपनी तल्ख टिप्पणी करते हुए अपने फैसले में कहा कि 1947 के विभाजन में देश को देश को दंश झेलना पड़ा था और फिर 37 साल बाद ऐसा हुआ।
NewsDec 16, 2018, 5:57 PM IST
पंजाब चुनाव में ‘आप’ ने किया था कमलनाथ का विरोध लेकिन उनके मुख्यमंत्री बनते ही साध ली चुप्पी
साल 2017 में पंजाब में चुनाव प्रचार के समय आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर उंगली उठाकर पारा चढ़ा दिया था। क्योंकि पंजाब और हरियाणा में कांग्रेस ने कमलनाथ को चुनाव प्रभारी चुना था। जिनके उपर 1984 के दंगों के दाग थे।
ViewsDec 13, 2018, 4:51 PM IST
आखिर क्यों सिख दंगों का दाग होने पर भी कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस की मजबूरी है ?
समय- 1 नवंबर 1984, जगह- दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा। जहां पर मौजूद थे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, जो कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। रकाबगंज गुरुद्वारा वो जगह है जहां ‘हिंद की चादर प.पू. गुरु तेगबहादुर जी’ का अंतिम संस्कार किया गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसी जगह पर भयानक दंगा हुआ जिसमें सिखों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसका आरोप लगा कमलनाथ पर। आज कांग्रेस सिख दंगे के सभी आरोपियों से लगभग पल्ला झाड़ चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना उसकी मजबूरी है। जानिए क्यों-
NewsNov 21, 2018, 3:58 PM IST
1984 फैसलाः पीड़ित बोले, उड़ने वाली है सज्जन कुमार, टाइटलर की नींद
11 परिजनों को गंवाने वाली गंगा कौर बोलीं, अब हम मगरमच्छ के फंसने का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह इसी सरकार के शासन में मुमकिन है।
NewsNov 20, 2018, 5:45 PM IST
आखिर क्यों जज साहब खुद पहुंच गए तिहाड़ जेल
दिल्ली में आज एक अजीब घटना हुई, जब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अजय पांडे तिहाड़ जेल पहुंच गए।