दिल्ली के यमुनानगर की रहने वाली अंशिका के मां-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। चाचा और दादी ने उन्हें पाला। यूपीएससी की तैयारी के दौरान दादी भी चल बसीं। मुश्किल समय से निकलकर अंशिका ने अपनी तैयारी जारी रखी। यूपीएससी एग्जाम के पांचवें अटेम्पट में उन्हें सफलता मिली, अंशिका आईपीएस बनीं।