केन्द्रीय नेतृत्व चाहता है कि शिवराज केन्द्रीय राजनीति में आए। ताकि राज्य की कमान किसी नए नेता को दी जा सके। लेकिन शिवराज राज्य में ही राजनीति करना चाहते हैं। लिहाजा प्रदेश में सरकार बनाने से विफल रहने के बाद शिवराज जनता के बीच जाना चाहते हैं। वह जनता के बीच जाकर राज्य में 15 साल भाजपा की सत्ता बनाने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं। असल में शिवराज की राज्य की जनता में अच्छी पैठ है और वह अपने को आसानी से जनता से कनेक्ट कर लेते हैं।