अकाउंट एग्रीगेटर के माध्यम से, एक कंपनी बिना किसी त्रुटि के तथा सुरक्षित डेटा तक जल्दी और कम खर्च में पहुंचती है। लोन एसेसमेंट प्रोसेस को तेजी से पूरा करती है, ताकि ग्राहक को ऋण मिल सके। भारत में ओपन बैंकिंग की व्यवस्था शुरू करने की दिशा में ये पहला कदम है।