मुख्तार की मौत के बाद उठे सवाल के बाद परिवार ने अंतिम संस्कार में काफी सावधानी बरती। इसीलिए मुख्तार अंसारी के शव दफनाने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई। बांदा मेडिकल कालेज से बेटे उमर और बहू निकहत ने जब मुख्तार की लाश को घर लाने से लेकर, रात भर में घर में रखने से लेकर दफनाने तक बहुत ही सावधानी बरती गई।