पूर्वी मोर्चे पर लड़ाई होने की स्थिति के लिए भारतीय वायुसेना खुद को तैयार कर रही है। वायुसेना ने पहली बार पूर्वोत्तर में सिविल एयरपोर्ट पर फाइटर जेट्स की ड्रिल की है। यानी पूर्वी मोर्चे पर युद्ध होने पर सिविल एयरपोर्ट से भी वायुसेना के लड़ाकू जेट उड़ान भर सकेंगे। वायुसेना ने पश्चिम बंगाल, असम और मिजोरम में सिविल एयरपोर्ट से उड़ान भरने का अभ्यास किया है। वायुसेना की पूर्वी कमान ने सिविल एजेंसियों के साथ मिलकर अपने इस अभ्यास को चलाया। पूर्वोत्तर में सिविल एयरपोर्ट्स से वायुसेना के सुखोई-30 विमानों ने अपनी ताकत दिखाई है।
शंशाक शेखर/हेमंत कुमार नाथ की रिपोर्ट