चुनाव आयोग ने दो दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के करीबी अफसरों के तबादले कर दिए थे। आयोग ने राज्य सरकार को सख्त निर्देश दिए थे कि वह इन अफसरों को चुनाव की ड्यूटी से अलग रखे। लिहाजा अब ममता अपना दर्द आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव के जरिए केन्द्र सरकार पर निकाल रही हैं।