असल में पाकिस्तानी फौज समझ गई है कि देश में इमरान खान के खिलाफ माहौल बन रहा है। लिहाजा वह किसी भी तरह से इमरान खान का साथ नहीं देना चाहती है। अगर वह ऐसा करती है तो देश की जनता में सेना की नाकारात्मक छवि बनेगी। हालांकि पहले सेना ने मौलाना फजलुर रहमान को धमकी दी थी। लेकिन बाद में बदलते माहौल के बीच सेना ने इससे अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं।