Avdhesh Kumar
(Search results - 42)NewsMar 11, 2019, 8:11 PM IST
क्या अबकी बार फिर बन पाएगी मोदी सरकार ?
भारत में लोकतंत्र का विराट आयोजन शुरु हो गया है। प्रशासनिक अमले ने चुनाव की वृहत् तैयारियां शुरु कर दी हैं। जनता में चुनाव को लेकर सुगबुगाहट होने लगी है। इसके साथ ही मूल प्रश्न लोगों के दिमाग में फिर से सिर उठाने लगा है कि आखिर किसके हाथ लगेगी 2019 की बाजी। पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार का आंखें खोल देने वाला विश्लेषण-
NewsMar 8, 2019, 7:50 PM IST
भारत के दबाव में पाकिस्तान अपने लाड़ले आतंकियों पर कार्रवाई के लिए हो गया है मजबूर
भारत के गैर जिम्मेवार और नासमझ नेता भले पाकिस्तान विरोधी कार्रवाई का उपहास उड़ा रहे हों, लेकिन इसका गहरा असर पाकिस्तान एवं दुनिया पर हुआ है। पाकिस्तान ने जिस तेजी से भारत द्वारा चिन्हित संगठनों और व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है, वे इस बात के प्रमाण हैं कि वह वायुसेना की कार्रवाई तथा कूटनीति के दबाव में आ गया है। पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार का तथ्यपूर्ण विश्लेषण-
ViewsMar 5, 2019, 9:21 PM IST
सैन्य बलों की कार्रवाई पर संदेह करना देश के विरुद्ध अपराध
आम भारतीयों तक जैसे ही यह समाचार पहुंचा कि हमारे वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया पूरे देश में उत्साह और रोमांच का अभूतपूर्व वातावरण बन गया। आम लोगों के लिए यह समाचार ही काफी था। विदेश सचिव ने आकर बयान दे दिया और यह देश के लिए पर्याप्त था। लोगों को यही लगा कि वर्षों से आतंकवाद से त्रस्त हमारे देश ने अब पाकिस्तान को और दुनिया को दिखा दिया कि हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है और उसे पूरा करने के संसाधन एवं लक्ष्य पा लेने के लिए जान की बाजी लगा देने वाले जाबांज भी। पूरी दुनिया ने भारत के विरुद्ध एक शब्द नहीं बोला,बल्कि कुछ देशों ने तो बयान दिया कि भारत ने आत्मरक्षा में कदम उठाया है। पाकिस्तान के सामने समस्या पैदा हो गई कि वह प्रतिक्रिया व्यक्त करे तो कैसे? किंतु हमारे देश की पार्टियों और नेताओं ने धीरे-धीरे जो वातावरण बना दिया उससे पाकिस्तान का काम आसान हो गया।
ViewsMar 1, 2019, 5:34 PM IST
विंग कमांडर अभिनंदन की पाकिस्तान से रिहाई भारत की दृढ़ता की विजय
भारत का यह आत्मविश्वास विजित हुआ है कि हमारे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान की रिहाई सुनिश्चित है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी संसद में घोषणा करते हुए इसे शांति पहल का कदम बताया। यह शांति की दिशा का कदम कैसे हो जाएगा? हालांकि इमरान ने यह भी कह दिया कि पाकिस्तान के इस कदम को भारत उसकी कमजोरी नहीं समझे, पर सच यही है कि भारत के तेवर और बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय दबाव में पाकिस्तान के पास अभिनंदन को रिहा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
NewsFeb 28, 2019, 4:49 PM IST
इस्लामिक देशों के सम्मेलन में सुषमा स्वराज का स्वागत भाषण पाकिस्तान के लिए असाधारण झटका
भारत पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच इस्लामी सम्मेलन संगठन (ओआईसी) द्वारा अपनी स्थापना की पचासवीं वर्षगांठ पर आयोजित विदेश मंत्रियों का सम्मेलन काफी महत्वपूर्ण हो गया है। चूंकि वहां भारत के विदेश मंत्री को मुख्य अतिथि और उद्घाटन भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया है इसलिए पूरी दुनिया की नजर वहां होगी। साथ ही यह पाकिस्तान के लिए असाधारण रुप से बड़ा झटका भी है। पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार का गहन विश्लेषण
ViewsFeb 27, 2019, 6:56 PM IST
बालाकोट एयरस्ट्राइक: यह बदले हुए भारत का संदेश है
निस्संदेह, यह घटना ऐतिहासिक है। 1971 के बाद भारतीय वायुसेना ने कभी भी योजना बनाकर नियंत्रण रेखा पार नहीं किया था। 1999 के करगिल युद्ध में वायुसेना कार्रवाई में शामिल थी, लेकिन उसे सरकार का सख्त निर्देश था कि किसी सूरत में सीमा पार नहीं किया जाए। इसलिए वायुसेना की इस कार्रवाई का व्यापक रणनीतिक, मनोवैज्ञानिक महत्व है।
NewsFeb 20, 2019, 7:14 PM IST
सिर्फ सुरक्षा वापसी नहीं कश्मीरी अलगाववादियों के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाना जरुरी
सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लिए जाने के निर्णय का जिस तरह देश भर में स्वागत हुआ उससे समझा जा सकता है कि इनको लेकर लोगों की भावनाएं कैसी हैं।
ViewsFeb 16, 2019, 7:02 PM IST
बदला लेने के लिए सही वक्त का होना भी जरुरी है
पूरे देश में इस समय एक साथ दुख और आक्रोश का माहौल है। देश भर में जवानों को दी जा रही श्रद्धांजलियां एवं हो रहे प्रदर्शन इसके प्रमाण हैं। यह बिल्कुल स्वाभाविक है। जम्मू कश्मीर में जबसे आतंकवाद आरंभ हुआ तबसे यानी पिछले तीन दशक में सुरक्षा बलों पर ऐसा आतंकवादी हमला कभी नहीं हुआ।
ViewsFeb 14, 2019, 1:32 PM IST
राफेल पर कैग की रिपोर्ट से राहुल गांधी के आरोपों उड़ी धज्जियां
वायुसेना की खरीद से जुड़ी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) या निमप की रिपोर्ट में राफेल सौदे के बारे में जो कुछ कहा गया है उससे उन लोगों को कतई आश्चर्य नहीं हुआ जो निष्पक्ष भाव से इस सौदे पर आरंभ से नजर रख रहे थे। आश्चर्य तब होता जब रिपोर्ट इसके विपरीत होती।
ViewsFeb 9, 2019, 6:23 PM IST
राफेल पर राहुल की राजनीति आपत्तिजनक
Rahul Gandhi is doing dangerous politics on Rafael
लगता है राहुल गांधी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पूर्व राजनीति को धारण किया है। केजरीवाल तब इसी तरह नेताओं पर आरोप लगाते थे और दावा करते थे कि उनके पास इसके पूरे प्रमाण मौजूद हैं। उसके बाद वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में सफल रहे। शायद राहुल गांधी को लगता होगा कि उसी रास्ते पर चलकर वे भी चुनाव में सफल हो सकते हैं।
ViewsFeb 1, 2019, 5:21 PM IST
इस बार के बजट में चुनाव का ध्यान रखते हुए भी विकास का व्यापक विजन है
बजट में कोई सख्त कदम नहीं उठाना तथा सभी वर्गों के लिए कुछ न कुछ रियायत या प्रत्यक्ष लाभ देने की कोशिशों को अर्थशास्त्र से ज्यादा राजनीतिक शास्त्र माना जाएगा। कितु इस बजट का यहीं तक सीमित करने से इसका पूर्ण और निष्पक्ष आकलन नहीं हो पाएगा। चुनाव को ध्यान में रखते हुए भी इस बजट में विकास का व्यापक विजन और कार्ययोजना सन्निहित है।
ViewsJan 31, 2019, 5:04 PM IST
'अयोध्या में गैर विवादित जमीन वापस करने की सरकार की अपील संवैधानिक रुप से उचित है'
अयोध्या मामले में नरेन्द्र मोदी सरकार उच्चतम न्यायालय में पहली बार उपस्थित हुई है। हालांकि ऐसे अनेक अवसर थे जिसमें केन्द्र सरकार अपने वकीलों के माध्यम से उपस्थित हो सकती थी। ऐसा किया जाता तो मामला किसी परिणामकारी मुकाम पर पहुंच चुका होता। हम इसमें राजनीति तलाश सकते हैं। जिस तरह संघ, विहिप एवं साधु-संत तथा आम हिन्दू अयोध्या मामले के न्यायालय में लंबा खींचने और उसमें केन्द्र के निरपेक्ष रहने पर नाखुशी और आक्रोश व्यक्त कर रहा है उसे नजरअंदाज करना केन्द्र के लिए जोखिम भरा है। किंतु इस पहलू पर बहस करने की जगह हम केन्द्र के मौजूदा कदम पर विचार करें।