जब सिद्धू को स्थानीय निकास विभाग से हटाया गया था तो उस इसके बाद उनके विभाग की विजिलेंस जांच शुरू हो गयी थी। इसकी जद में सिद्धू की ओएसडी भी आ रही थी। इसमें भ्रष्टाचार के मामले बताए जा रहे थे। लेकिन इसी बीच फाइलों का गायब हो जाना क्या किसी साजिश की तरफ इशारा करता है?