फिलहाल इस हत्या को लेकर कई सवाल हैं जिनका जवाब मिलना अभी बाकी है। आखिर रात में सोने के बाद अगले दिन शाम चार बजे तक रोहित शेखर क्या सोते ही रहे और परिवार के लोगों ने उन्हें क्यों नहीं जगाया। असल में सोमवार को 40 साल के रोहित शेखर कोटद्वार से लौटने के बाद रात करीब 11 बजे डिफेंस कालोनी स्थित अपने घर लौटे थे। लेकिन जब मंगलवार शाम चार बजे नौकर उन्हें जगाने उनके कमरे में गया तो देखा रोहित की नाक से खून निकल रहा है।