पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने प्रदर्शनकारियों द्वारा स्कूल में तोड़फोड़ किये जाने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के बाद इस मामले में गंभीर चिंता जतायी है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब ईश निंदा कानून के जरिए अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया हो। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक स्कूल में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के प्रधानाचार्य के खिलाफ वहां पर एक छात्र ने ईशनिंदा का मामला दर्ज किया है।