लोकसभा में एक बार फिर विपक्षी एकता में केन्द्र सरकार सेंध लगाने में सफल रही। हालांकि केन्द्र सरकार के पास पहले ही बहुमत था। लेकिन कई विपक्षी दलों के साथ आने से केन्द्र सरकार को ताकत मिली। यही नहीं कई मुद्दों पर केन्द्र सरकार का विरोध करने वाली जदयू भी नागरिकता संशोधन बिल पर केन्द्र सरकार के साथ खड़ी दिखाई दी।