जात-पात की लीक पर चलने वाले पश्चिमी उत्तरप्रदेश में जहां बीजेपी "मोदी" की विश्वसनीयता और पांच साल की उपलब्धियों पर प्रचार कर रही है, वहीं जातीय गठजोड़ से बना "साथी" बीजेपी के खिलाफ "दलित और गरीब विरोधी" होने का प्रचार कर रहा है| पर देखना ये होगा कि इस बार उत्तर प्रदेश में नॉन-अपर कास्ट हिन्दू किसे वोट करेगा जिसका वोट 2014 में बीजेपी की झोली में गिरा था |