NewsOct 26, 2018, 9:15 AM IST
एनएसए ने कहा, कमजोर लोकतंत्र में देश की ताकत को कमजोर बनाने की प्रवृत्ति होती है। भारत अगले कुछ वर्षों तक ताकत के लिहाज से कमजोर होना बर्दाश्त नहीं कर सकता। उसे कठोर निर्णय करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
चुनाव में जमानत जब्त होना: क्या है इसका मतलब और कितना होता है नुकसान?
गांव से शुरूआत, नौकरी छोड़ बनाई ऐसी पहचान...शार्क टैंक के जज भी रह गए हैरान
भारत का नया मास्टरस्ट्रोक, वॉर जोन में चीन-PAK के छूटेंगे पसीने
कॉलेज से स्टार्टअप तक: भाेपाल की लड़की ओशिन मुराब ने बदली 600 परिवारों की किस्मत
रतन टाटा की कंपनी से सीखा, अब अपना बिजनेस खड़ा कर बने करोड़ों के बादशाह
Viral Video: छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में टॉयलेट के सामने सो रहे लोग, रेलवे के जवाब ने बढ़ाई नाराजगी
प्री होली पार्टी में रंग, गुलाल, पिचकारी और ढोलक की ढाप पर महिलाओं ने मचाया धमाल
दीयों और आकर्षक लाइटों से जगमगा उठा सरयू तट, कुछ ऐसा दिखा नजारा
सरयू के बीच राम मंदिर उद्घाटन का लाइव टेलीकास्ट
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शाम को भव्य सरयू आरती