कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लाल किले पर आजादी के जश्न से दूर रहे। जब कांग्रेस ने यह तय कर ही लिया है कि गांधी परिवार के अतिरिक्त पार्टी का कोई अस्तित्व है। तो फिर राहुल सोनिया की अनुपस्थिति को क्यों नहीं स्वतंत्रता दिवस के राष्ट्रीय समारोह से पूरे कांग्रेस की अनुपस्थिति मानी जाए। हालांकि दोनों नेता पार्टी मुख्यालय पर झंडोत्तोलन करते हुए देखे गए। लेकिन उनमें से किसी एक की लाल किले पर हो रहे समारोह में कम से कम औपचारिक रुप से ही उपस्थित रहना बेहतर होता।