NewsJul 14, 2020, 9:38 AM IST
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को सियासत का जादूगर माना जाता है। उनके सामने जब भी मुश्किलें आती हैं वह अपने राजनीतिक कौशल के बूते इन मुश्किलों पर जीत आसानी से कर लेते हैं। इस बार उनके सियासत पर संकट उनके डिप्टी सीएम सचिन पायलट लेकर आए हैं और इस बार अभी तक उनका जादू नहीं चला है और वह सरकार बचाने की जुगत में लगे हुए हैं।
NewsJul 14, 2020, 9:27 AM IST
असल में कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाकर संख्याबल जुटाना चाहती है। क्योंकि कई विधायक कल की बैठक में नहीं पहुंचे थे। वहीं सोमवार को सचिन पायलट के खुलकर बागी तेवर अपनाने के बाद कांग्रेस ने जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई थी, ताकि विधायकों की संख्या देखी जा सके।
NewsJul 14, 2020, 9:11 AM IST
फिलहाल राज्य में सीएम निवास पर विधायक दल की बैठक के बाद अशोक गहलोत ने 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। सीएम गहलोत का कहना था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार सुरक्षित है और राज्य में कांग्रेस सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं हैं।
NewsJul 13, 2020, 4:01 PM IST
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस में अब सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। क्योंकि पार्टी को लग रहा है कि राजस्थान अब हाथ से जा सकता है। हालांकि सीएम अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं उनके पास 100 से ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
NewsJul 13, 2020, 2:51 PM IST
सचिन पायलट ने दावा किया है कि 25 विधायक उनके सामने बैठें तो गहलोत कैसे 101 विधायकों का दावा कर सकते हैं। असल में राज्य में अब शह मात का खेल शुरू हो गया है। वहीं कांग्रेस सचिन पायलट को मनाने में लगी हुई है। लेकिन पायलट ने साफ तौर पर जयपुर जाने को मना कर दिया है।
NewsJul 13, 2020, 9:51 AM IST
फिलहाल सचिन पायलट के बगावती तेवरों को देखते हुए लग रहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार शायद न बचे। क्योंकि अगर सचिन पायलट के पास 30 विधायक हैं तो सरकार गिर जाएगी। हालांकि अगले कुछ घंटों में राज्य में सियासी तस्वीर साफ हो सकती है।
NewsJul 13, 2020, 9:04 AM IST
चर्चा जोरों पर है कि सचिन पायलट की भाजपा के साथ जाने की तैयारी हो गई है। हालांकि अभी तक ये अटकलें हैं। उधर जयपुर में कांग्रेस ने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। पार्टी का कहना है कि अगर कोई भी कांग्रेस का विधायक बैठक में शामिल नहीं होता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और सदस्यता खत्म कर दी जाएगी।
NewsJul 13, 2020, 7:16 AM IST
राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्र सचिन पायलट ने अपने कदम आगे बढ़ा लिए हैं और वह ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह पर हैं। पिछले चार दिनों से पायलट दिल्ली में हैं और उनके समर्थक दिल्ली के करीब होटलों में रूके हुए हैं और पायलट की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।
NewsJul 13, 2020, 7:12 AM IST
राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने रविवार देर रात संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है और गहलोत सरकार और सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व 109 विधायकों ने समर्थन जताते हुए एक पत्र पर अपने हस्ताक्षर किए हैं।
NewsJul 12, 2020, 8:47 PM IST
कांग्रेस से राज्य प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे का कहना है कि कांग्रेस के सभी विधायक उनके संपर्क में हैं और सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है। राज्य की अशोक गहलोत सरकार राज्य में अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उनका कहना है कि सचिन पायलट से संपर्क करने की कोशिश की गई है और उनके लिए संदेश छोड़ा गया है।
NewsJul 12, 2020, 2:37 PM IST
बताया जा रहा है कि पायलट के खेमे के करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायक दिल्ली एनसीआर में कई होटलों में टिके हुए हैं और अपने नेता की हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं पायलट खेमे के सदस्य माने जाने वाले विधायक पी. आर. मीणा ने सोनिया गांधी से भी मिलने के लिए समय मांगा है।
NewsJul 11, 2020, 7:14 PM IST
राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जब एक बार कोई मुख्यमंत्री बन गया है तो बाकी अन्य लोगों को शांत हो जाना चाहिए और सरकार और पार्टी के लिए कार्य करना चाहिए। गहलोत के इस बयान का इशारा सचिन पायलट की तरफ था।
NewsJul 10, 2020, 1:48 PM IST
असल में मध्य प्रदेश से सत्ता जाने के बाद कांग्रेस राजस्थान में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। लिहाजा वह नाराज नेताओं की नाराजगी को जल्द शांत करना चाहती है। हालांकि कुछ नेताओं ने पिछले महीने हुए राज्यसभा चुनाव में अपनी नाराजगी दिखाई थी। लिहाजा अब गहलोत विभिन्न गुटों के नाराज नेताओं को कैबिनेट में शामिल कर उनका नाराजगी दूर करना चाहती है।
NewsJul 10, 2020, 9:00 AM IST
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं की किताब में महाराणा प्रताप के विषय में लेख तथ्यों को लेकर इतिहासकार, राजनेता, विभिन्न सामाजिक संगठनों और आम जनता के बीच आक्रोश और वह राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं।
NewsJul 8, 2020, 4:14 AM IST
माना जा रहा है कि राज्य में भाजपा की सत्ता जाने के बाद राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी आक्रामक राजनीति से दूर दिखाई दे रही हैं। जिसके कारण राज्य की कांग्रेस सरकार कंफर्ट जोन में दिखाई दे रही हैं।
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