Gold Price
(Search results - 20)NewsAug 29, 2019, 1:14 PM IST
पाकिस्तान में सोने की कीमत में लगी आग, आर्थिक मंदी के बीच 10 ग्राम सोने की कीमत पहुंची 90 हजार रुपये
आज पाकिस्तान में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 90 हजार पाकिस्तानी रुपये हो गई है। यह अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। यही पिछले एक महीने के भीतर पाकिस्तान में सोने की कीमतों में 12840 पाकिस्तानी रुपये का इजाफा हुआ है। पाकिस्तान में बढ़ रही सोने की कीमत की तुलना में भारत में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 39,970 भारतीय रुपये है। वहीं पाकिस्तान मे सोना दो गुना कीमत पर मिल रहा है।
NewsJul 12, 2019, 10:21 AM IST
इन तीन कारणों को समझें जिससे आप सोने में निवेश कर हो सकते हैं मालामाल
असल में बजट के बाद सोने के भाव में लगातार इजाफा हो रहा है क्योंकि सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा दिया है। जिसके कारण सोने का आयात कम होगा। हालांकि उद्योग जगत ड्यूटी को कम करने की मांग कर रहा था, लेकिन सरकार ने उनकी मांग को अनदेखा करते हुए ड्यूटी को बढ़ा दिया। जिसका असर अब सोने की कीमतों में देखने को मिल रहा है। केन्द्र सरकार ने बजट में सोने सीमा शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। जिसके बाद से ही सोने की कीमतों में इजाफा होना शुरू हुआ है।
NewsJul 5, 2019, 7:19 PM IST
वित्तमंत्री के एक ऐलान के बाद जानें सोने में क्यों आई तेजी
बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने का भाव अगले महीने तक 36,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। हालांकि बाजार के लोगों का कहना है कि इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सोना महंगा हो जाएगा और इसका असर बाजार पर पड़ेगा क्योंकि ग्राहक सोने की खरीदारी करने में रूचि नहीं लेंगे और अन्य उत्पादों पर निवेश करेंगे।
NewsMar 17, 2019, 12:01 PM IST
सोने के खरीदार कृपया ध्यान दें, जल्द ही और कम हो सकती है सोने की कीमत
देश में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वर्तमान महीने मार्च में ही घरेलू बाजार में सोने की कीमत में 1865 रुपये प्रति दस ग्राम तक की गिरावट आ गयी है। बाजार के जानकारों का कहना कि जल्द ही सोने की कीमत में और कमी आएगी। लिहाजा खरीदार थोड़ा और इंतजार करें।
NewsDec 28, 2018, 10:15 AM IST
मोदी सरकार में ‘गोल्ड’ हो सकता है सस्ता !
सच्चाई ये है कि भारत विश्व में सोने का सबसे आयातक देश है और देश में सोने की खपत अन्य देशों की तुलना में सबसे ज्यादा है और इसके बाद भी आज तक कोई सरकार सोने के लिए कोई ठोस और समग्र नीति नहीं बना पायी है।