हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक तंवर ने कांग्रेस से अलविदा कहा दिया था। तंवर ने उन्हें और उनके समर्थकों को टिकट न दिए जाने के खिलाफ सोनिया गांधी के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। जिसके बाद पार्टी ने एक तरह से उन्हें दरकिनार कर दिया था। जिसके बाद तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि तंवर ने अभी तक किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं दिया है। लेकिन उन्होंने दुष्यंत चौटाला की पार्टी को चुनाव में अपना समर्थन देने का फैसला किया है।