कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि उसके द्वारा जारी किए गये बयान का कुछ ही हिस्सा निवेशकों तक पहुंचाया गया है। कंपनी द्वारा जारी बयान के मुताबिक वह कई महीनों से संकट में है लेकिन उसने हर दबाव को झेला और मजबूती से मुश्किलों का सामना कर रही है। सितंबर 2018 से कंपनी ने 41,800 करोड़ रुपये के लोन भी अदा किए हैं। कंपनी को जो घाटा हुआ वह प्रोविजनिंग बढ़ने और डिस्बर्समेंट में सुस्ती आने से हुआ है।