असल में पिछले दिनों आरबीआई ने रेपो रेट में .25 फीसदी की कमी की थी। जबकि उससे पहले भी बैंक ने.25 फीसदी की कमी का ऐलान किया था। यानी महज तीन महीनों के दौरान केन्द्रीय बैंक ने .50 फीसदी की कमी की। केन्द्रीय बैंक ने कमर्शियल बैंकों से कहा भी था कि इसका फायदा वह अपने ग्राहकों को भी दें।