आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा गठबंधन से फिलहाल अजीत सिंह की अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोकदल बाहर हो गयी है. रालोद इस गठबंधन में पांच सीटें चाह रहा था, लेकिन सपा और बसपा के गठबंधन ने उन्हें दो सीटें देने की बात कही. लिहाजा अब रालोद के पास अपना अस्तित्व बचाने के लिए भाजपा और कांग्रेस की विकल्प बचा है.