Indian Troops
(Search results - 1)NewsSep 17, 2019, 6:25 PM IST
एक निजाम जिसकी जिद ने ली हजारों लोगों की बलि
भारत सरकार ने एक तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया जिसमें पंडित सुंदरलाल, काज़ी अब्दुल गफ़्फ़ार और मौलाना मिस्री शामिल थे। जो रिपोर्ट इस समिति ने सौंपी वह चौंकाने वाली थी क्योंकि हैदराबाद रियासत में 27000 से 40000 लोगों की मौत हिंसा से हुई थी। ये हिंसा वहां पर निजाम की सेना और समर्थकों द्वारा की गई थी। हालांकि भारत में विलय से पहले हैदराबाद के निज़ाम ने यूएन में एक अपील दायर की थी लेकिन जिसे बाद में उन्होंने खुद वापस ले लिया था। अंत में हैदराबाद भारत में एकीकृत हो गया और तत्कालीन आंध्र प्रदेश का हिस्सा बना। पूर्व की सरकारों ने सुंदरलाल की रिपोर्ट को कई सालों तक गुप्त रखा था, हालांकि अब इसे नेहरू मेमोरियल संग्रहालय में पढ़ा जा सकता है।