गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट भारत के अच्छे भविष्य की ओर संकेत करती है। निवेशकों के लिए देश 2025 तक एक प्रमुख हब बन सकता है। मजबूत आर्थिक स्थिरता, मुद्रास्फीति नियंत्रण, और निजी निवेश में वृद्धि जैसे कारक भारत को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाएंगे।