एपीजी ग्रुप की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकियों को आर्थिक मदद देनी नहीं रोकी है। असल में पाकिस्तान सरकार ने एफटीएफए को एक रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें उनसे 15 महीने पहले ये बताया था कि वह किस प्लान की तहत अपने देश में आतंकवादियों को रोकने के लिए एक्शन लेगा। लेकिन अब पाकिस्तान के चेहरा बेनकाब हो गया है।